Ujjain Kaal Sarp Dosh Puja

मांगलिक दोष

मांगलिक दोष क्या है?

मांगलिक दोष, ज्योतिष शास्त्र में एक ग्रह के विशेष स्थान पर या कुंडली में किसी व्यक्ति के जीवन में मांगलिक प्रभाव पैदा करने वाली दशा में उत्तरदायक मांगलिक ग्रह मंगल के साथ होता है। मांगलिक दोष का अर्थ होता है कि कुंडली में मंगल ग्रह के प्रभाव के कारण व्यक्ति के जीवन में कुछ कठिनाइयां और संघर्ष हो सकते हैं।

मांगलिक दोष कैसे होता है?

मांगलिक दोष के लिए कुछ मुख्य कारण हो सकते हैं, जैसे कि मंगल ग्रह का मांगलिक दोष के लिए कुछ मुख्य कारण हो सकते हैं, जैसे कि मंगल ग्रह का स्थानन, यदि मंगल कुंडली के कुछ विशेष हस्तक्षेपों में होता है, या अगर मंगल किसी अन्य शुभ ग्रह के साथ अशुभ दृष्टि में होता है। इसके परिणामस्वरूप, मांगलिक दोष वाले व्यक्ति के विवाह और पारिवारिक जीवन में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।, यदि मंगल कुंडली के कुछ विशेष हस्तक्षेपों में होता है, या अगर मंगल किसी अन्य शुभ ग्रह के साथ अशुभ दृष्टि में होता है। इसके परिणामस्वरूप, मांगलिक दोष वाले व्यक्ति के विवाह और पारिवारिक जीवन में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

मांगलिक दोष का निवारण क्या है?

मांगलिक दोष के निवारण के लिए कई उपाय किए जा सकते हैं। यह उपाय ज्योतिषाचार्य के सुझावों के आधार पर किए जा सकते हैं, जैसे कि मंगल के उपासना, रत्न धारण, धार्मिक यात्रा, दान और अन्नदान, और पूजा-पाठ।

मांगलिक दोष निवारण के पूजा-पाठ

मंगल मंत्र: "ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः" जैसे मंगल मंत्र का जाप करने से मंगल ग्रह के अशुभ प्रभाव को निष्कारण किया जा सकता है।

धार्मिक यात्रा

मांगलिक दोष को निवारण के लिए धार्मिक यात्रा करना भी एक उपाय हो सकता है। इसमें आप किसी प्रमुख तीर्थ स्थल पर यात्रा करके अपने मांगलिक दोष को कम कर सकते हैं और अपने जीवन में शांति और समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं।

दान और अन्नदान

अपने मांगलिक दोष को निवारण के लिए दान और अन्नदान करना भी उपयोगी हो सकता है। आप गरीबों को खाना खिलाकर और धर्मिक और सामाजिक कार्यों में भाग लेकर अपने दोष को निष्कारण कर सकते हैं।

रत्न धारण

मांगलिक दोष को निवारण के लिए मोती, मूंगा, या लाजवर्त जैसे रत्नों को धारण करना भी एक उपाय हो सकता है। यह रत्न मंगल ग्रह के प्रभाव को संतुलित करने में मदद कर सकते हैं।

Scroll to Top